जो बात मुनासिब है वो हासिल नहीं करते,जो अपनी गिरह में हैं वो खो भी रहे हैं,बे-इल्म भी हम लोग हैं ग़फ़लत भी है तेरी,अफ़सोस कि अंधे भी हैं और सो भी रहे हैं।-राहत इन्दोरी More Links:Two Line Sayari:https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/Two%20line%20SayariGazal:https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/GazalsSayari:https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/sayari
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