जो बात मुनासिब है वो हासिल नहीं करते - Rahat Indori Sayari (Sayari) - Sad Poetry in Urdu

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Monday, April 27, 2020

जो बात मुनासिब है वो हासिल नहीं करते - Rahat Indori Sayari (Sayari)

rahat indori sayari



जो बात मुनासिब है वो हासिल नहीं करते,
जो अपनी गिरह में हैं वो खो भी रहे हैं,

बे-इल्म भी हम लोग हैं ग़फ़लत भी है तेरी,
अफ़सोस कि अंधे भी हैं और सो भी रहे हैं।








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