ख्वाब ही में नज़र आ जाये सहाब-ए-हिज़र कहीं ,सो मुझे हसरत-ए -दीदार ने सोने न दिया। - इमाम बख्श नशिख Poetry of Rahat Indori visit ⏩⏩ https://themotivationaladda.blogspot.com/search/label/Rahat%20Indori
No comments:
Post a Comment